Gold Silver Price Today 2025: भारत सरकार ने सोने और चांदी के बेस इम्पोर्ट प्राइस (Base Import Price) में कटौती की है। यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब वैश्विक बाजार में दोनों कीमती धातुओं के दामों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। सरकार का उद्देश्य घरेलू बाजार में कीमतों को स्थिर रखना और आयात कारोबार को गति देना है।
सोने-चांदी के बेस इम्पोर्ट प्राइस में कटौत
वित्त मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, सोने के लिए बेस इम्पोर्ट प्राइस 42 डॉलर प्रति 10 ग्राम घटाया गया है।वहीं चांदी के लिए बेस इम्पोर्ट प्राइस में 107 डॉलर प्रति किलोग्राम की कमी की गई है।यह कीमतें हर 15 दिन में अपडेट की जाती हैं और इन्हीं के आधार पर कस्टम ड्यूटी की गणना होती है।
क्या होता है बेस इम्पोर्ट प्राइस?
बेस इम्पोर्ट प्राइस वह दर होती है जिसके आधार पर किसी वस्तु पर आयात शुल्क (Custom Duty) लगाया जाता है। जब सरकार बेस प्राइस घटाती है, तो आयातकों पर टैक्स का बोझ कम होता है। इसका सीधा फायदा यह होता है कि घरेलू बाजार में सोने और चांदी की कीमतों को स्थिर रखने में मदद मिलती है और ग्राहकों के लिए खरीदारी थोड़ी सस्ती हो सकती है।
भारत सोने का दूसरा सबसे बड़ा आयातक देश
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बेस प्राइस घटने से अब सोने का आयात सस्ता हो जाएगा, जिसका फायदा आम ग्राहकों को भी मिल सकता है। भारत, चीन के बाद दुनिया में सोने का दूसरा सबसे बड़ा आयातक है, जबकि चांदी के आयात में भारत का नाम पहले स्थान पर आता है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत सबसे ज्यादा सोना स्विट्जरलैंड से आयात करता है, जिसकी हिस्सेदारी कुल आयात में लगभग 40% है। UAE दूसरे नंबर पर है जिसकी हिस्सेदारी 16% और दक्षिण अफ्रीका तीसरे स्थान पर है, लगभग 10% के साथ। वित्त वर्ष 2023-24 में भारत ने 48 देशों से सोना आयात किया था। वहीं, 2024-25 में सोने का कुल आयात 27.3% बढ़कर 58 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है।
1 नवंबर को गिरा सोने का भाव, चांदी में उछाल
1 नवंबर को भारत में सोने की कीमतों में गिरावट और चांदी के भाव में उछाल देखने को मिला।
सोने की कीमतें:
10 ग्राम सोना ₹210 घटकर ₹1,23,000 पर आ गया।
100 ग्राम सोना ₹2,800 घटकर ₹12,30,000 पर पहुंच गया।
8 ग्राम सोने का भाव ₹224 घटकर ₹98,400 हो गया।
1 ग्राम सोने की कीमत ₹28 घटकर ₹12,300 पर आ गई।
चांदी की कीमतें:
इसके विपरीत, चांदी के दाम ₹1,000 बढ़कर ₹1,52,000 प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए।
क्या होगा असर?
सरकार के इस कदम से सोने-चांदी के आयात पर टैक्स बोझ कम होगा, जिससे आयातक कंपनियों को राहत मिलेगी। साथ ही घरेलू बाजार में कीमतों में स्थिरता आने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में यदि वैश्विक बाजार में स्थिरता बनी रहती है, तो भारत में सोने-चांदी के दाम और संतुलित हो सकते हैं! विदेशी बाजारों में भी सोने की कीमतों में कमजोरी देखी जा रही है। इसके पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं—
अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक रिश्तों में सुधार की उम्मीदें
फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों को लेकर संभावित फैसले पर नजर डॉलर की मजबूती और निवेशकों द्वारा प्रॉफिट बुकिंग इन सभी कारणों से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना कमजोर हुआ है और इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा है।
चांदी के भाव में भी गिरावट
सोने की तरह चांदी की कीमतों में भी गिरावट दर्ज की गई है। 28 अक्टूबर को भारत में चांदी ₹1,54,900 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चांदी का हाजिर भाव 2.03% घटकर $47.60 प्रति औंस रह गया है।
व्यापारिक माहौल में उम्मीदें
रविवार को अमेरिका और चीन के शीर्ष आर्थिक अधिकारियों ने एक संभावित व्यापार समझौते की रूपरेखा पर सहमति जताई। इस समझौते पर दक्षिण कोरिया में होने वाली बैठक के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच चर्चा होने की संभावना है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बैठक से पहले निवेशक मुनाफावसूली कर रहे हैं, जिससे सोने और चांदी दोनों की कीमतों में फिलहाल गिरावट बनी हुई है।